Apple Google की बढ़ी टेंशन, भारत लाया स्वदेशी BharOS, भारतीयों की हो गई मौज – india own mobile operating system bharos to competer apple google develped by iit madras

नई दिल्ली। भारत में मौजूद सभी मोबाइल में Apple और Google ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल किया जाता है। साधारण शब्दों में कहें, तो भारत के सभी स्मार्टफोन गूगल और ऐपल ऑपरेटिंग सिस्टम से लैस हैं। इसलिए यह दोनों कंपनियां मोबाइल मार्केट में राज करती हैं। हालांकि गूगल और ऐपल के दबदबे को चुनौती देने के लिए भारत अपना स्वदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च करने जा रहा है। इसका नाम BharOS है। इस मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम को आईआईटी मद्रास ने बनाया है। ऐसे में ऐपल और गूगल की चिंताएं बढ़ सकती हैं। 100 करोड़ मोबाइल यूजर्स को होगा फायदा ऐसा दावा किया जा रहा है कि BharOS से करीब 100 करोड़ मोबाइल यूजर्स को फायदा मिलेगा। साथ ही यह ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर बाकी OS के मुकाबले काफी सिक्योर होगा। आइए जानते हैं इसक खास प्वाइंट नहीं रहेगा डिफॉल्ट ऐप्स का झंझट मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम BharOS यूजर्स को जरूरी ऐप इंस्टॉल करने की इजाजत देता है। अभी गूगल और iOS सॉफ्टवेयर में Gmail, Chrome Youtube जैसे ऐप डिफॉल्ट तौर पर मौजूद होते हैं, जिन्हें यूजर्स चाहकर भी नहीं हटा सकते हैं। इससे यूजर्स के मोबाइल ऐप काफी स्पेस खाली रहेगा। OS अपडेट का नहीं करना होगा इंतजार BharOS की तरफ से यूजर्स को समय पर सॉफ्टवेयर अपडेट उपलब्ध कराया जा सकता है। जिसके लिए यूजर्स को अभी इंतजार करना पड़ता है। मनमाने चार्ज से मिलेगा छुटकाराBharOS के लॉन्च होने के बाद स्मार्टफोन की कीमत में कटौती हो सकती है। क्योंकि अभी स्मार्टफोन यूजर्स को OS के लिए Google पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में गूगल की तरफ से मनमाने चार्ज वसूले जाते हैं। ऐप डेवलपर्स के लिए काफी राहत हो सकती है। इन ऐप बिलिंग पर लगने वाले टैक्स में कटौती की जा सकती है।नोट – BharOS एक ऑपरेटिंग सिस्टम है। हालांकि इसके बारे में ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है।