हाइलाइट्सGoogle ने बनाया Doodleभारतीय सेल जीवविज्ञानी को समर्पितडॉ. कमल रणदिवे की 104 वीं जयंतीनई दिल्ली। हमें भले ही याद न रहे कि आज का दिन क्यों खास है लेकिन Google को याद रहता है। Google अपने Doodle के जरिए यह बता देती है कि आज का दिन खास क्यों है। इसी क्रम में Google ने सोमवार को भारतीय सेल जीवविज्ञानी डॉ. कमल रणदिवे की 104 वीं जयंती के अवसर पर एक Doodle बनाया है। यह Doodle उन्हें समर्पित किया गया है। रणदिवे को उनके कैंसर अनुसंधान और विज्ञान और शिक्षा के जरिए एक ऐसा समाज बनाने के लिए जाना जाता है जहां सब एक समान हों।WhatsApp और Facebook को पछाड़ ये बनी दुनिया की नंबर-1 नॉन गेमिंग ऐप, क्या आप करते हैं इस्तेमाल?यह Doodle एक भारतीय कलाकार इब्राहिम रयिन्ताकथ द्वारा बनाया गया है जिसमें रणदिवे को माइक्रोस्कोप की ओर देखते हुए दिखाया गया है। कमल रणदिवे 1917 में पुणे में पैदा हुईं थी। उनके पिता ने उन्हें मेडिकल एजुकेशन के लिए प्रेरित किया लेकिन वो बायलॉजी में ही जाना चाहते थीं। सन् 1949 में उन्होंने भारतीय कैंसर अनुसंधान केंद्र (ICRC) में एक रिसर्चर के रूप में काम करते हुए कोशिका विज्ञान, कोशिकाओं के अध्ययन में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। बाल्टीमोर, मैरीलैंड, यूएसए में जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय में फेलोशिप की। इसके बाद, वह मुंबई लौट आईं। ICRC में उन्होंने देश की पहली टीशू कल्चर लैबोरेट्री की स्थापना की।बदलने वाला है WhatsApp! अगर नहीं किया ये काम तो आपका अकाउंट हो जाएगा ब्लॉक, जानेंICRC के निदेशक और एनिमल डेवलपमेंट के कैंसर डेवलपमेंट के रूप में रणदिवे भारत की पहली रिसर्चर्स में से एक थीं। इन्होंने ब्रेस्ट कैंसर और हेरेडिटी के बीच का एक लिंक होता है, इस बारे में प्रस्ताव दिया था। बता दें कि रणदिवे ने माइकोबैक्टीरियम लेप्राई पर स्टडी की थी। यह वह बैकटीरिया होते हैं जो कुष्ठ रोग का कारण बनते हैं। इसके लिए एक टीका विकसित करने में भी इन्होंने मदद की थी। सन् 1973 में, डॉ. रणदिवे और 11 सहयोगियों ने वैज्ञानिक क्षेत्रों में महिलाओं का समर्थन करने के लिए भारतीय महिला वैज्ञानिक संघ (IWSA) की स्थापना की।