नई दिल्ली। भारत के लिए अपने Annual Google For India इवेंट के दौरान सर्च इंजन दिग्गज कंपनी ने Google असिस्टेंट, Google पे और Google सर्च जैसे मौजूदा ऐप्स के लिए कई नई सुविधाओं की घोषणा की है। हालांकि, Google इवेंट से एक बड़ी बात सामने आ रही है कि भारतीय अब दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में वॉयस इन्क्वारी का अधिक उपयोग कर रहे हैं। कंपनी के अधिकारियों ने अपने मुख्य भाषण के दौरान बताया कि दैनिक आधार पर वॉयस इन्क्वारी का उपयोग करने वाले भारतीयों की संख्या वैश्विक औसत से लगभग दोगुनी है।वॉयस गाइड की मदद से कर सकेंगे वैक्सीन स्लॉट बुक:Google for India इवेंट के अपने सातवें एडिशन में Google ने Google असिस्टेंट की मदद से वैक्सीन स्लॉट बुक करने की क्षमता के साथ शुरू होने वाली वॉयज-फोकस्ड सुविधाओं की घोषणा की। हालांकि, बीटा परीक्षण में अभी के लिए यूजर्स को COWIN वेबसाइट पर वैक्सीनेशन अपॉइंटमेंट बुक करते समय प्रत्येक स्टेप पर वॉयस द्वारा निर्देशित किया जाएगा।Google ने ये प्रीव्यू किया है कि कैसे भारत में यूजर्स सर्च से वैक्सीन स्लॉट की बुकिंग शुरू कर सकते हैं, जिसमें असिस्टेंट अपनी पसंदीदा भाषा में वॉयस गाइड की पेशकश करता है। इसके अलावा, कंपनी ने एक डेमो भी दिखाया, जहां यूजर्स हिंदी आवाज द्वारा निर्देशित वैक्सीन स्लॉट बुक कर सकते हैं।Google पारंपरिक तरीके से किए गए सर्च इन्क्वारी को नहीं भूला है (Google खोज बॉक्स पर टाइप किया गया) और उन लोगों की मदद करना चाहता है जो अपनी पसंदीदा भाषा में जानकारी खोजना/सर्च करना पसंद करते हैं।पसंदीदा स्थानीय भाषा को विकल्प मिलेगा:सर्च और गूगल फेलो के वाइस प्रेसिडेंट पांडु नायक ने इवेंट में सर्च के लिए एक नया फीचर लॉन्च किया, जो यूजर्स को अन्य भाषाओं के वेब पेजों तक पहुंचने और उन्हें उनकी पसंदीदा स्थानीय भाषा में देखने का विकल्प प्रदान करेगा।लोकल भाषा में सहज होने वाले यूजर्स को मिलेगी मदद:Google का कहना है कि स्थानीय भाषा में प्रश्नों के उत्तर खोजना एक चुनौती थी। ऐसे में अब गूगल के इस नए प्रयास से उन लोगों को मदद मिलेगी, जो लोकल भाषा में बात करने में खुद को ज्यादा सहज समझते हैं। सर्च में यह नई सुविधा यूजर्स के लिए क्या और कैसे मदद करेगी?अगर Google उन वेबसाइटों का पता लगाने में सक्षम नहीं है, जिनके पास उस भाषा में जानकारी है, तो वह उन पेजों पर हाई क्वालिटी वाले कंटेंट की तलाश करेगा, जो अन्य भाषाओं में हो सकते हैं और इनका अनुवाद उस भाषा में करेगा, जिसमें यूजर्स इन्क्वारी कर रहा है।नायक ने इवेंट के दौरान अपने संबोधित में समझाया कि “जब कोई यूजर्स सर्च रिजल्ट्स में ट्रांसलेटेड टाइटल और स्निपेट को टैप करता है, तो वे अपनी पसंद की भाषा में पहले से ट्रांसलेटेड कंटेंट के साथ पेज तक पहुंच सकते हैं या इसे मूल भाषा में देख सकते हैं। इस सुविधा का उद्देश्य स्थानीय भाषा के यूजर्स द्वारा अक्सर जानकारी के अंतर को कम करना है। ऑनलाइन जानकारी खोजते समय किसी की तरह को उपयोगकर्ताओं को दिक्कत न आए। ‘गूगल भाषा समर्थन में विस्तार करने की कर रहा विचार:Google एक और फीचर भी लेकर आया है, जिसका उद्देश्य उन यूजर्स के लिए है, जो पढ़ने की तुलना में जोर से परिणाम सुनना पसंद करते हैं। कंपनी का कहना है कि यह फीचर हिंग्लिश और हिंदी, बंगाली, मराठी, तेलुगु और तमिल समेत पांच भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा। Google भविष्य में भाषा समर्थन का विस्तार करने की भी सोच रहा है।गूगल पे के लिए लाया हिंग्लिश का विकल्प:भारत के लिए Google के सातवें एडिशन में भी जल्द ही Google पे पर हिंग्लिश को भाषा विकल्प के रूप में जोड़े जाने की घोषणा की गई है। इसके अलावा, यूजर्स के लिए Google पॉइंटिंग टू स्पीकिंग टाइपिंग से बेहतर विकल्प है, जहां यूजर्स जल्द ही Google पे पर बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर करते समय आवाज का उपयोग करने में सक्षम होंगे।इसका मतलब यह होगा कि यूजर्स को गूगल पे पर बैंक अकाउंट नंबर टाइप करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके बजाय, यूजर्स को उन्हें हिंदी या अंग्रेजी में बोलना होगा, और Google पे लेनदेन शुरू करने से पहले नंबर की पुष्टि करेगा। इससे न सिर्फ आपका टाइम बचेगा, बल्कि जो लोग टाइप करने में उतरे सहज नहीं है, तो अपना काम बोलकर भी कर सकेंगे।