JioBook को लेकर कई तरह की थ्योरी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। एक थ्योरी में दावा किया जा रहा है कि JioBook को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी सरकार की तरफ से लैपटॉप के आयात पर प्रतिबंध लगाया गया है, जिससे मुकेश अंबानी को फायदा पहुंचाया जा सके। क्योंकि अगर लैपटॉप बैन होता हैं, तो इसका सीधा असर लोकल मैन्युफैक्चरिंग वाली लैपटॉप कंपनियां जैसे जियो को मिलेगा।लैपटॉप बैन से अंबनी को फायदा नहींलेकिन इन दावों में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। क्योंकि जियोबुक लैपटॉप को देश में नहीं बनाया जा रहा है। दरअसल जियोबुक लैपटॉप की भी चाइना में मैन्युफैक्चरिंग की जाती है। अमेजन पर मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग डिटेल के मुताबिक जियोबुक लैपटॉप को चाइना की हुनान ग्रेटवॉल कंप्यूटर सिस्टम कंपनी ने बनाया है। मतलब जियोबुक एक मेड इन चाइना प्रोडक्ट है। ऐसे में लैपटॉप बैन से अंबानी को फायदे की बजाय नुकसान होगा, क्योंकि कंपनी की तरफ से बड़े पैमाने पर जियोबुक के निर्माण का ऑर्डर दिया गया होगा।Wireless Files Sharing : बिना केबल के Seconds में होगा iPhone और Android में डेटा शेयर, देखें वीडियोजियो पर पड़ेगा बैन का असरलैपटॉप बैन का असर सैमसंग, एचपी, लेनोवो कंपनियों के साथ ही जियो पर भी पड़ेगा। ऐसे में यह कहना पूरी तरह से गलत है कि सरकार ने जियो को फायदा पहुंचाने के लिए लैपटॉप बैन का फैसला किया है। बता दें कि केंद्र सरकार की तरफ से फिलहाल लैपटॉप कंपनियों को 3 माह का वक्त दे दिया है। इस दौरान इन कंपनियों को भारत में ही मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगानी होगी। क्योंकि 1 नवंबर से देशभर में लैपटॉप के आयात का फैसला लागू हो जाएगा। साथ ही इन तीन माह के दौरान लैपटॉप की सप्लाई पर भी असर नहीं होगा। ऐसे में लैपटॉप की कीमत बढ़ने की उम्मीद नहीं है।