जापान की एक एंटरटेनमेंट एंड टेक्नोलॉजी कंपनी Akatsuki Inc, भारत में किड्स एनीमेशन के क्षेत्र में कदम बढ़ा रही है। जिसके लिए कंपनी ने किड्स एनीमेशन पर आधारित एक सर्वे ‘What Indian Parents Want From Animated Content For Kids’ किया। इस सर्वे को दिल्ली, गुड़गांव, मुंबई, पुणे, कानपुर, गुवाहाटी, बैंगलोर जैसे भारत के 10 मेट्रो सिटीज में किया गया । इस सर्वे का आधार बच्चों के लिए पेरेंट्स द्वारा एनिमेशन कंटेंट चुनने के कारण और बच्चों के एनीमेशन कंटेंट के लिए ऑनलाइन रहने का समय था।सर्वे के ख़ास ऑब्ज़र्वेशनस :• 69% भारतीय माता-पिता को लगता है कि COVID-19 लहर की वजह से बच्चे अब ज्यादा समय ऑनलाइन एनीमेशन कंटेंट देखने में बिता रहे हैं । अब बच्चे हफ्ते में औसतन 4-6 घण्टे एनीमेशन कंटेंट ऑनलाइन देखते हैं ।ये भी पढ़ें-ऑफर्स की बारिश! Tablet लेने का है मूड तो इन 11 मॉडल्स पर छूट ही छूट, देखें शानदार डील्स जो बचाएंगी पैसे• 75% माता-पिता अपने बच्चों के लिए कंटेंट माउथ पब्लिसिटी के आधार पर चुनते हैं ।• सबसे ज्यादा वोट पाने वाले पहली 5 कंटेंट आईपी हैं: कोकोमेलन, पेप्पा पिग, शिंचन, डोरेमोन और टॉम एंड जेरी• कंटेंट के लिए अंग्रेजी पसंदीदा भाषा है, इसके बाद टॉप 3 रीजनल भाषाएं है – तमिल, तेलुगु और बांग्ला ।पिछले कुछ सालों में एनीमेशन उद्योग ने काफी तरक्की की है। कोविड़ के चलते ऑनलाइन क्लासेज के बढ़ते ट्रेंड की वजह एनीमेशन कंटेंट बच्चों की पढ़ाई और मनोरंजन दोनों का साधन बन गया है। और अब एनिमेशन कंटेंट की खपत बहुत बढ़ गयी है । इस सर्वेक्षण में हिस्सा लेने वाले 69% माता-पिता भी इस बात को मानते हैं। सर्वे के हिसाब से आज बच्चों के बीच एनीमेशन कंटेंट के लिए औसत ऑनलाइन रहने का समय साप्ताहिक 4-6 घंटे का है।ये भी पढ़ें-आ गए 43 से 55 इंच तक के नए अर्फोडेबल Thomson Smart TV, प्राइस देख हर कोई खरीदना चाहेगासर्वे में एक दिलचस्प बात सामने आयी कि नेटफ्लिक्स, अमेज़ॅन प्राइम, डिज़नी + हॉटस्टार जैसे OTT प्लेटफार्मों के आने के बावजूद 26% माता-पिता ने एनीमेशन दिखाने के लिए टेलीविज़न को चुना। जिसके चलते अभी भी किड्स एनिमेशन कंटेंट के लिए पहले तीन प्लेटफार्मों में से एक बना हुआ है। हालांकि 76% की पहली पसंद अभी भी यूट्यूब ही है, जिसके बाद 57% पसंद नेटफ्लिक्स यानि कि OTT है। इससे लीनियर और डिजिटल मीडिया के बीच बढ़ रहा अंतर साफ़ नजर आता है।सर्वे से एक और तथ्य साबित हुआ की बच्चों और पेरेंट्स के किसी भी एनिमेशन को क्लिक करने का सबसे बड़ा कारण था एनिमेशन कंटेंट की एंटरटेन्मेंट वैल्यू । 64% लोगों ने एंटरटेनमेंट के आधार पर एनिमेशन कंटेंट चुना जबकि 35% ने एजुकेशनल क्वालिटी के आधार पर कंटेंट चुना।ये भी पढ़ें-चौंका देने वाले नतीजे! iPhone 13 Pro Max पर हुए नए टेस्ट से फास्ट चार्जिंग और फुल चार्ज टाइम का खुलासाडिजिटल मीडिया और मार्केटिंग के इस युग में आज भी भारतीय माता-पिता एनिमेशन कंटेंट चुनने के लिए वर्ड-ऑफ-माउथ रेकमेंडेशन पर निर्भर रहते हैं। 75% पेरेंट्स अभी भी इसी आधार पर बच्चों के लिए एनिमेशन कंटेंट चुनते हैं। 28% भारतीय माता-पिता ओटीटी रेकमेंडेशन पर, 20% पेरेंटिंग कम्युनिटीज के आधार पर जबकि बचे हुए 10% ट्रेडिशनल न्यूज़ के आधहर पर चुनाव करते हैं।कुल मिलाकर, सर्वे का आकलन रहा कि एंटरटेन्मेंट बेस्ड इंग्लिश एनिमेशन कंटेंट की मांग बहुत जयादा है और आज के दौर में Youtube और टेलीविजन इसके सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म हैं। Akatsuki एक जापानी एंटरटेनमेंट कंपनी है, जिसका मुख्यालय टोक्यो में है।ये भी पढ़ें-खुला Sony का पिटारा, Amazon और Flipkart Sale में तगड़ी छूट के साथ मिलेंगे Tv, हेडफोन्स, स्पीकर्स और साउंड बारमोबाइल गेम्स और एनिमेशन के डेवलपमेंट और पब्लिशिंग करने वाली …साल 2010 में शुरू हुई थी और 2016 में टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में पब्लिक हो गई। Akatsuki अब तक दुनिया भर में खेले जाने वाली कई सफल गेम्स और एनीमेशन बना चुकी है।Akatsuki Inc के हेड ऑफ बिजनेस डेवलपमेंट एंड पार्टनरशिप, युकी कावामुरा कहते हैं, “Akatsuki में हम भारत में कम सुविधा वाले बच्चों के लिए एंटरटेनिंग और अर्थपूर्ण एनिमेशन IPs लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।ये भी पढ़ें-32 घंटे तक की बैटरी लाइफ के साथ नए Boult TWS Earbuds लॉन्च, कीमत 1000 रुपये से भी कमहम अपने कंटेंट रोडमैप को यहाँ की ऑन-ग्राउंड रियलिटीज और जरूरत के हिसाब से बनाना चाहते हैं। यह सर्वेक्षण उस दिशा में पहला कदम है और इसके नतीजों ने भारत में बच्चों के एनिमेशन की बढ़ती मांग और हमारे आईपी के तालमेल की क्षमता पर हमारे विश्वास को मजबूत किया है।”