भारत में ऑनलाइन पेमेंट में तेज ग्रोथ दर्ज की जा रही है। आज के दौर में ऑनलाइन पेमेंट करने बेहद आसान हो गया है। लेकिन ऑनलाइन पेमेंट की दुनिया में फोनपे का जलवा कायम है। रिपोर्ट की मानें तो आधे से ज्यादा लेनदेन फोनपे के हिस्से आते हैं। जबकि पेटीएम और बाकी ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म की हिस्सेदारी काफी कम है।फोनपे की बादशाहत कायमरिपोर्ट के मुताबिक जुलाई में हुए कुल ऑनलाइन लेनदेन में फोनपे की हिस्सेदारी करीब 47 फीसद रही है। जबकि 35 फीसद के बाद गूगल पे का नंबर आता है। वही 13 फीसद वैल्यूम ट्रांजैक्शन के साथ पेटीएम का तीसरा नंबर आता है।जुलाई में हुए यूपीआई पेमेंटअगर जुलाई माह की बात की जाए, तो जुलाई में 9.96 बिलियन यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई लेनदेन किए गए हैं। इस माह कुल लेनदेन 15.34 लाख करोड़ रुपये का था। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफर इंडिया यानी एनपीसीआई की रिपोर्ट की मानें, तो जून माह में यूपीआई लेनदेन 9.34 बिलियन का हुआ है, जिसमें पिछले माह के जुलाई में 9.34 फीसद का उछाल दर्ज किया गया है। इसी दौरान 14.75 साथ करोड़ वॉल्यूम ट्रांजैक्शन किया गया है। ऐसा अनुमान है कि साल 2026-27 तक यूपीआई पेमेंट करीब रोजाना 1 बिलियन हो सकता है। साथ ही भारत का 90 फीसद रिटेल पेमेंट डिजिटल होगा।भारत से बाहर भी यूपीआई हुआ पॉपुलरयूपीआई भारत ही नहीं विदेश में भी पॉपुलर हो रहा है। भारत के बाहर हाल ही में फ्रांस और श्रीलंका में यूपीआई पेमेंट सिस्टम शुरू हुआ है। इससे पहले सिंगापुर में साल 2021 में यूपीआई पेमेंट शुरू हुआ था। साथ ही यूएई, भूटान और नेपाल ने भी भारतीय यूपीआई सिस्टम को स्वीकार कर लिया है।