घातक कोविड -19 लहरों के बीच भारत में सामूहिक सार्वजनिक सभाएं एक स्पष्ट खतरा बनी हुई हैं, ऐसे में आप 2022 के विधानसभा चुनावों में राजनीतिक नेताओं की ओर से ह्यूमनॉइड रोबोटों को चुनाव प्रचार करते हुए देख सकते हैं।वनस्टैंड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने इस उद्देश्य के लिए ‘दूत’ (Doot) नाम का एक ह्यूमनॉइड रोबोट डेवलप किया है, जो आवाज की पहचान, चेहरे की पहचान और हावभाव के साथ एक इंसान की छाप दे सकता है।इन रोबोटों को अगले साल विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार करते देखा जा सकता है और कंपनी के अनुसार, वे अगले साल राज्य के चुनावों के लिए इन रोबोट प्रचारकों को तैनात करने के लिए संबंधित राजनीतिक दलों के साथ बातचीत कर रहे हैं।इन राज्यों में होना है चुनाव2022 में जिन राज्यों में चुनाव होंगे, उनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, गोवा और गुजरात शामिल हैं।तमिलनाडु से हो चुकी है इसकी शुरुआतअप्रैल में तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में, एक नवगठित राजनीतिक संगठन इंडिया मक्कल मुनेत्र काची (IMMK) ने पहली बार चुनाव प्रचार के लिए एक ह्यूमनॉइड रोबोट पेश किया। ‘डूजी’ कहे जाने वाले चार फीट के रोबोट को पार्टी का सिंबल भी कहा जाता था। अब, ‘Doot’ महामारी के बीच अपने संदेशों के साथ लोगों के एक सीमित समूह तक पहुंचकर राजनीतिक दलों की सेवा करने के लिए तैयार है।ऐसे काम करेगा रोबोट, जानें खासियतवनस्टैंड इंडिया के निदेशक कुमार कन्हैया सिंह ने बताया कि “रोबोट के रोवर में एक ऑल-व्हील-ड्राइव गियरबॉक्स के साथ एक बड़ा व्हीलबेस है, जो इसे किसी भी सतह पर आसानी से चलाने में सक्षम बनाता है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई)-इनेबल्ड वॉइस रिकॉग्ननिशन के माध्यम से, राजनेता के एवज में ह्यूमनॉइड रोबोट जनता को संबोधित करेगा।” एक टीम द्वारा समय-समय पर प्रश्नों और इंटरैक्शन की समीक्षा की जाएगी, जिसके पास प्रत्येक समीक्षा के बाद अपडेट किए गए सामान्य प्रश्नों का उत्तर होगा।Doot एक कस्टम-मेड सर्वो मोटर से लैस है, जो पूरे ऊपरी शरीर को आसानी से झुकने और उठाने में सक्षम बनाता है। यह 140 डिग्री तक खुद को मोड़ भी सकता है, जिससे यह ऐसा करने वाला देश का एकमात्र ह्यूमनॉइड बन जाता है।एचडी कैमरे रोबोट के सिर में लगे होते हैं जो ऑपरेटर को दर्शकों को देखने और उपस्थित लोगों को रिकॉर्ड करने में सक्षम बनाता है।सिंह ने कहा, “4th जनरेशन सर्वो मोटर्स, जो पूरी तरह से देश में बनी है, मुश्किल से कोई शोर करती हैं और बिना किसी ब्रेकडाउन या सर्विसिंग की आवश्यकता के भारतीय परिस्थितियों में लंबे समय तक काम करती है।” ह्यूमनॉइड इंडस्ट्रियल-ग्रेड कंपोनेंट के साथ एक एल्यूमीनियम फ्रेम पर बनाए गए हैं। ह्यूमनॉइड रोबोट में 10 जॉइंट हैं, जो इसे लोगों से हाथ मिलाने या लहराने में सक्षम बनाते हैं।मुंबई के इनोवेटर संतोष हौलावाले ने विकसित किए रोबोटकंपनी ने पहले बिहार में विभिन्न नगर निगमों को पहली कोविड लहर के दौरान स्वच्छता के लिए ड्रोन किराए पर दिए थे। ह्यूमनॉइड्स को मुंबई के इनोवेटर संतोष हौलावाले ने विकसित किया है, जिन्होंने वनस्टैंड इंडिया के साथ साझेदारी की है। हौलावाले ने पहले कोविड -19 रोगियों के इलाज और स्वास्थ्य कर्मियों की सहायता के लिए रोबोट बनाए थे।समय भी बचाएंगे और संक्रमण भी नहीं फैलेगासिंह ने बताया, “महामारी के कारण, राजनीतिक नेता अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी नहीं मिल पा रहे हैं। ये रोबोट प्रचारक बहुत समय बचाएंगे क्योंकि एक ही समय में कई ह्यूमनॉइड कई जगहों पर जा सकते हैं। रोबोट प्रचारकों की शुरूआत न केवल विधानसभा अभियानों के लिए एक नया विकल्प हो सकती है, बल्कि लोगों को निकट संपर्क में आने से भी बचा सकती है।”