हाइलाइट्स:मालवेयर अटैक से स्मार्टफोन्स को खतराएप्पल का दावा- प्राइवेसी से समझौता नहींएंड्रॉइड और आईओएस के अपने-अपने दावेनई दिल्ली।एप्पल के सीईओ टिम कूक ने हाल ही में एक कार्यक्रम में गूगल के ऑपरेटिंग सिस्टम Android OS के बारे में काफी चौंकाने वाला बयान दिया है। टिम कूक ने कहा है कि एप्पल के ऑपरेटिंग सिस्टम iOS की अपेक्षा Android OS में 47 गुणा ज्यादा मालवेयर होता है। कूक ने इसका कारण ये बताया है कि गूगल के ऑपरेटिंग सिस्टम में काफी ज्यादा साइटलोडिंग ऐप्स है और इसी वजह से उस प्लैटफॉर्म पर मौजूद शायद सभी ऐप्स का रिव्यू नहीं हो पाता होगा। वहीं एप्पल के आईओएस के बारे में टिम कूक ने कहा कि अगर यहां हमने साइटलोडिंग की इजाजत दे दी तो हमारा सिक्योरिटी सिस्टम ध्वस्त हो जाएगा।ये भी पढ़ें-शानदार लुक और फीचर्स वाला Realme Buds Q2 24 को Realme Narzo 30 5G के साथ होगा लॉन्चआपके फोन को हो सकता है नुकसानआपको बता दूं कि मालवेयर एंड्रॉइड और आईओएस पर मौजूद मैलिशस यानी हानिकारक सॉफ्टवेयर होते हैं, जो स्मार्टफोन्स की स्पीड और परफॉर्मेंस को बुरी तरीके से प्रभावित कर सकते हैं। गूगल प्ले स्टोर पर आपको ऐसे काफी सारे ऐप दिख जाएंगे, जो कि संदिग्ध होंगे। इस मामले में एप्पल का ऐप स्टोर ज्यादा सुरक्षित लगता है, जिसके बारे में एप्पल के सीईओ ने दावा किया है कि यहां यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्टोरिटी का ध्यान रखते हुए यहां हर ऐप्स का रिव्यू होता है। इसी वजह से उन्होंने कहा कि एंड्रॉइड स्मार्टफोन में आईफोन्स की अपेक्षा 47 गुणा ज्यादा मालवेयर होता है, जो कि स्मार्टफोन्स के परफॉर्मेंस को तो प्रभावित करता ही है, साथ ही इससे यूजर्स की प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी को भी खतरा हो सकता है।ये भी पढ़ें-काफी सस्ता! बंपर डिस्काउंट के साथ 43 इंच Smart TV खरीदने का मौका, देखें इन कंपनियों के बेस्ट टीवी डील्सटिम कूक के बयान से एंड्रॉइड वर्सेस आईओएस जंग हो जाएगी तेजप्राइवेसी को लेकर एप्पल की आगामी योजनाएक इंटरव्यू में टिम कूक ने कहा कि आने वाले समय में भी एप्पल अपनी प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी पॉलिसी को मजबूत करने की दिशा में काम करती रहेगी और आगे भी प्राइवेसी से संबंधित रेगुलेशंस को आगे बढ़ाया जाएगा। एप्पल आने वाले समय में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और एआर टेक्नॉलजी को इंटिग्रेट करने पर फोकस कर रही है।ये भी पढ़ें-पोको के जिस स्मार्टफोन Poco F3 GT का है इंतजार, उसकी लॉन्चिंग से पहले देखें फुल स्पेसिफिकेशंसएप्पल ने हाल ही में अपना लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया हैमालवेयर खत्म करने की दिशा में प्रयास करना होगायहां जिक्र करना जरूरी है कि अक्सर गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद मैलिशस ऐप्स यानी मालवेयर का अटैक होता रहता है और इससे यूजर्स को काफी परेशानी होती है। ऐसे में गूगल प्ले स्टोर से काफी सारे संदिग्ध ऐप्स भी हटाए जाते रहते हैं। उम्मीद है कि आने वाले समय में टिम कूक के उपर्युक्त बयानों के जवाब में गूगल अपने प्ले स्टोर और एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर मौजूद मालवेयर को हटाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास करेगी।ये भी पढ़ें-बस आने ही वाला है! सबसे सस्ता Jio Phone 5G के साथ ही Jio Laptop भी होगा लॉन्च, फीचर्स देखें