Cyber Criminals की बुरी नजर आपके WhatsApp पर है। साइबर क्रिमिनल यूजर्स के पासवर्ड पर अटैक कर रहे हैं, ऐसे में यूजर्स को चेतावनी दी गई है कि WhatsApp, Facebook, Instagram, फेसबुक मैसेंजर के लॉगिन पेजों की क्लोनिंग करने वाली फिशिंग वेबसाइटों पर अपनी पर्सनल लॉग इन डिटेल्स, पासवर्ड और यहां तक कि ईमेल आईडी को शेयर न करें।साइबर क्रिमिनल से सावधान !व्हाट्सएप यूजर्स को पता होना चाहिए कि उन्हें आसानी से ठगा जा सकता है, क्योंकि ये फिशिंग वेबसाइट बिल्कुल व्हाट्सएप की आधिकारिक/ऑफिशियल वेबसाइट की तरह ही दिखती हैं। मेटा ने साइबर अपराधियों के उपयोगकर्ताओं को उनके व्हाट्सएप अकाउंट्स तक पहुंच प्राप्त करने की चेतावनी दी है। ऐसे में सभी यूजर्स को इस खतरे के बारे में पता होना चाहिए। ताकि आप इसके झांसे में न फंस सकें।Jio New Year Offer: जियो यूजर्स की निकल पड़ी, अब पाएं इस प्लान में 29 दिनों की एक्स्ट्रा वैलिडिटीइस स्कैम में फंस चुके फेसबुक- इंस्टाग्राम भीमेटा के स्वामित्व वाली फर्म ने शेयर किया है कि 39,000 से अधिक वेबसाइटों को नकली लॉगिन पेजों के माध्यम से उपयोगकर्ता डिटेल्स चुराने का प्रयास करते हुए सर्च किया गया है। न केवल व्हाट्सएप बल्कि मेटा के स्वामित्व वाली अन्य सोशल मीडिया साइट्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और फेसबुक मैसेंजर भी इस स्कैम में फंस चुके हैं।ओरिजिनल वेबसाइटों की तरह ही दिखती हैं ये फेक वेबसाइटये नया फ़िशिंग स्मैन, जो कि व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं को प्रभावित कर रहा है, साइबर अपराधियों द्वारा विक्टिम को ऐसी वेबसाइटों का लालच देकर संचालित किया जाता है, जो कंपनियों, बैंकों और अन्य की ओरिजिनल वेबसाइट जैसी प्रतीत होती हैं, लेकिन असल में यह सब नकली होती हैं।एक गलती से खो सकते हैं अपने पैसेइन नकली साइटों की सामग्री को उपयोगकर्ताओं को पासवर्ड या ईमेल पते जैसी संवेदनशील जानकारी एंटर करने के लिए राजी करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ऐसे में आप ये पाएंगे कि अगर आप किसी अजीब लिंक पर क्लिक करते हैं, तो यह आपको एक नकली व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम पेज पर ले जाता है। निर्दोष उपयोगकर्ता जो नहीं जानते कि क्या हो रहा है, वे अपना लॉगिन और पासवर्ड इनके साथ शेयर कर देते हैं और अंत में उपयोगकर्ता अपना पैसा खो बैठते हैं।WhatsApp यूजर्स हो जाओ खुश, आने वाले हैं ये 5 खास फीचर्स, हर दिन आएंगे बहुत ही काममेटा ने यूजर्स को किया सावधानमेटा ने कहा है कि फेसबुक, मैसेंजर, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के लॉगिन पेजों का प्रतिरूपण करके 39,000 से अधिक फ़िशिंग वेबसाइटें बनाई गई हैं। ये वेबसाइटें उपयोगकर्ताओं को अपने उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड दर्ज करने के लिए प्रेरित करती हैं। फिर वे इंटरनेट ट्रैफ़िक को फ़िशिंग वेबसाइटों पर इस तरह पुनर्निर्देशित करने के लिए एक रिले सर्विस का उपयोग करते हैं।मेटा ने दर्ज कराया मुकदमाइन डेटा-चोरी करने वाली वेबसाइटों से निपटने और उपयोगकर्ताओं को इस तरह के घोटालों का शिकार होने से रोकने के लिए मेटा ने साइबर चोरों के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया है। अपने एक ब्लॉग पोस्ट में फेसबुक ने कहा, “आज, हमने कैलिफोर्निया की अदालत में एक संघीय मुकदमा दर्ज कराया है, ताकि लोगों को धोखा देने के लिए फेसबुक, मैसेंजर, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के लिए फर्जी लॉगिन पेजों पर अपने लॉगिन क्रेडेंशियल शेयर करने के लिए डिज़ाइन किए गए फ़िशिंग अटैक्स को बाधित किया जा सके।”फेसबुक के अनुसार, यह मुकदमा उपयोगकर्ताओं की रक्षा करेगा और उन लोगों को एक स्पष्ट संदेश भेजेगा जो उनके मंच का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं और प्रौद्योगिकी/टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग करने वालों की जवाबदेही बढ़ाते हैं।Jio 199 vs Vi 199: जियो दे रहा 16.5GB एक्स्ट्रा डेटा और ज्यादा वैधता, देखें प्लान्स की पूरी कुंडलीऐसे किसी भी लिंक पर न करें क्लिकमेटा ने उपयोगकर्ताओं को चेतावनी दी है कि अगर उन्हें कोई ईमेल, टेक्स्ट या व्हाट्सएप संदेश मिलता है, जो उन्हें किसी वेबसाइट के माध्यम से अपने किसी भी फेसबुक-स्वामित्व वाले अकाउंट में लॉगिन करने के लिए कहता है, तो आप अपनी कोई भी डिटेल्स उनके साथ शेयर न करें।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने फेसबुक, व्हाट्सएप या इंस्टाग्राम से होने का दावा करने वाले किसी भी लिंक या अटैचमेंट, ईमेल या संदेशों पर क्लिक नहीं करने के लिए भी कहा है।कैसे पता करें कि वेबसाइट फेक हैं?विशेष रूप से उपयोगकर्ताओं को यूआरएल की जांच करनी चाहिए। फेसबुक के सभी ईमेल fb.com, facebook.com या facebookmail.com से आते हैं और कोई भी हमेशा www.facebook.com पर जा सकता है या फर्म से महत्वपूर्ण संदेशों की जांच के लिए अपना फेसबुक ऐप खोल सकता है।