कब खत्म होगी ये हार की बीमारी, नॉकआउट मैचों में टीम इंडिया को क्या हो गया है?

नई दिल्ली: हार.. हार.. और सिर्फ हार, पिछले एक दशक से भारतीय क्रिकेट टीम इस हार के तिलिस्म को नहीं तोड़ पा रही है। यह ऐसी हार है जो टीम इंडिया को चुभती है। यह हार है नॉकआउट मैचों की। भारतीय क्रिकेट टीम पिछले 10 सालों में 13 बार नॉकआउट मैचों में हार चुकी है। यह आंकड़ा सीनियर और जूनियर टीमों का मिलाकर है। अभी हाल में ही भारत को एमर्जिंग एशिया कप 2023 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ हार मिली है। इस टूर्नामेंट में इंडिया की ए टीम हिस्सा ले रही थी।ऐसे में एक बड़ा सवाल यह है कि जो टीम इंडिया टूर्नामेंट में खिताब जीतने के प्रबल दावेदार बनकर मैदान पर उतरती है और लीग स्टेज में उसका प्रदर्शन भी शानदार रहता है उसे आखिर नॉकआउट मैचों में ऐसा क्या हो जाता है कि वह चैंपियन नहीं बन पा रही है। ऐसा अगर एक या दो बार हो तो परेशानी की बात नहीं मानी जाएगी, लेकिन एक के बाद एक नॉकआउट मैच में हार कहीं ना कहीं अब चिंता का विषय बन चुका है। ऐसे में आइए जानते हैं पिछले 10 सालों में क्या है भारतीय क्रिकेट के नॉकआउट मैचों में आंकड़े।नॉकआउट मैचों में भारत के सीनियर टीम की हारभारतीय क्रिकेट की सीनियर टीम मौजूदा समय में दुनिया की सबसे मजबूत यूनिट में से एक है। पिछले 10 सालों में वह आईसीसी टूर्नामेंट में 8 बार सेमीफाइनल या फाइनल में पहुंची है लेकिन हर बार टीम इंडिया को मायूसी ही हाथ लगी है। इसी शुरुआत हुई थी साल 2014 के टी20 विश्व कप से हुई थी और यह सिलसिला बदस्तूर जारी है।टी20 विश्व कप 2014 फाइनल में हारवनडे विश्व कप 2015 के सेमीफाइनल में हारटी20 विश्व कप 2016 सेमीफाइनल में हारचैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में हारवनडे विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में हारवर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021 फाइनल में हारटी20 विश्व कप 2022 के सेमीफाइनल में हाराटेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में हार.एमर्जिंग एशिया कप में लगातार तीसरी हारभारतीय क्रिकेट टीम एमर्जिंग एशिया कप टूर्नामेंट में पहली बार साल 2013 में चैंपियन बनी थी। इसके बाद टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। पिछले चार बार से टीम नॉकआउट में पहुंच रही है लेकिन वह चैंपियन नहीं बन पाई है। हैरानी की बात यह है कि इस टूर्नामेंट में भारत कोलगातार तीसरी बार नॉकआउट में हार मिली है।अंडर-19 विश्व कप रिकॉर्ड बेहतरपिछले 10 सालों में अगर भारत की अंडर-19 टीम की बात की जाए तो उसका प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है लेकिन इन 10 सालों में अंडर-19 टीम भी दो बार फाइनल हार चुकी है। पहली बार साल 2016 अंडर-19 विश्व कप और दूसरी बार 2020 विश्व कप के फाइनल में टीम को हार मिली थी। ऐसे में ओवरऑल रिकॉर्ड को देखें तो भारतीय टीम का पिछले 10 सालों के दरमियान नॉकआउट मैचों में प्रदर्शन काफी निराशाजनक ही माना जाएगा।Arjun Tendulkar: अर्जुन तेंदुलकर क्या गोवा छोड़ रहे हैं? 28 खिलाड़ियों की टीम में नहीं है नामMukesh Kumar: मेरा सपना सच हो गया, पहले टेस्ट विकेट पर विराट कोहली के रिएक्शन से हैरान थे मुकेश कुमारNigar Sultana: कौन हैं निगार सुल्ताना, बांग्लादेश की वो कप्तान जिससे हुई हरमनप्रीत कौर की भिड़ंत