नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) पिछले कुछ महीने से मैदान से दूर हैं। उन्होंने पिछले साल नवंबर में टी20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए आखिरी मुकाबला खेला था। वहीं, 2018 के बाद से उन्हें टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला है। अभी 28 साल के हार्दिक अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं। बीसीसीआई (BCCI) जल्द ही भारतीय खिलाड़ियों को नया सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट देने वाली है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर निखिल चोपड़ा (Nikhil Chopra) के अनुसार हार्दिक (Hardik) को उसमें नुकसान हो सकता है। हार्दिक अभी ए कैटेगरी में हैं। एक यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए निखिल चोपड़ा (Nikhil Chopra) ने कहा, ‘प्रमोशन में क्षमता बड़ी वजह होती है, लेकिन आपको यह भी देखना होगा कि खिलाड़ी को जो मौके मिले हैं, उसमें उसने कैसा प्रदर्शन किया। मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर हार्दिक ए से बी में डिमोट हो जाते हैं, क्योंकि उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है।’ए कैटेगरी वाले खिलाड़ियों को बोर्ड की तरफ से हर साल 5 करोड़ रुपए मिलते हैं। वहीं, बी कैटेगरी में जगह मिलने पर खिलाड़ियों को मिलने वाली राशि 3 करोड़ हो जाती है। हालांकि, निखिल चोपड़ा ने माना कि अगले चरण में हार्दिक का प्रमोशन हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘अगले चरण में उनका प्रमोशन हो सकता है, लेकिन इसके साथ ही अन्य खिलाड़ियों के लिए उदाहरण सेट करना जरूरी है कि अगर आप प्रदर्शन नहीं करते हैं तो आप डिमोट हो सकते हैं।’भारतीय टेस्ट टीम के प्रमुख खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara), अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और इशांत शर्मा का प्रदर्शन भी पिछले कुछ समय में खास नहीं रहा है। रहाणे और इशांत को टीम से बाहर करने की बात शुरू हो चुकी है। निखिल चोपड़ा मानते हैं कि सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ये खिलाड़ी भी डिमोट होंगे। उन्होंने कहा, ‘पुजारा, रहाणे और इशा्ंत ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। इन खिलाड़ियों का डिमोशन इस बात का संकेत होगा कि भविष्य में इनकी जगह अन्य खिलाड़ी लेंगे। वे अब बैकअप खिलाड़ी हैं।’पुजारा ने जनवरी 2019 और रहाणे ने दिसंबर 2020 के बाद शतक नहीं लगाया है। पिछले साल रहाणे ने 20.82 और पुजारा ने 28.08 की औसत से रन बनाए थे। हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर के अच्छे प्रदर्शन ने इनकी परेशानी और बढ़ा दी है।