bapu nadkarni 21 maiden overs, टीम इंडिया के सबसे ‘कंजूस’ खिलाड़ी के नाम ऐसा रिकॉर्ड, जो कभी टूट ही नहीं सकता – bapu nadkarni 21 consecutive maiden overs record test cricket

नई दिल्ली: क्रिकेट में कहा जाता है कि रिकॉर्ड टूटने के लिए बनते हैं। लेकिन हर रिकॉर्ड के साथ ऐसा नहीं है। कई ऐसे रिकॉर्ड है तो सालों से नहीं टूटे हैं। आगे भी उनका टूटना असंभव दिख रहा है। आज हम आपको फिर एक ऐसे ही रिकॉर्ड के बारे में बताने जा रहे हैं। यह रिकॉर्ड है लगातार सबसे ज्यादा मेडन ओवर फेंकने का। भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज बापू नाडकर्णी के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज है।फेंके थे लगातार 21 मेडनभारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर बापू नाडकर्णी ने टेस्ट मैच में लगातार 21 मेडल ओवर डाले थे। 1964 में इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर थी। मद्रास (अब चेन्नई) के नेहरू स्टेडियम में टेस्ट मैच खेला गया। इस मैच में इंग्लैंड की पहली पारी में बाएं हाथ के स्पिनर बापू नाडकर्णी ने 32 ओवर डाले। इसमें उन्होंने 27 मेडल डाले सिर्फ 5 रन ही दिए। इस दौरान 21.5 यानी लगातार 131 गेंदों पर उनके खिलाफ कोई रन नहीं बना। टूट पाएगा यह रिकॉर्ड?इस रिकॉर्ड के बने 50 साल से ज्यादा हो गए हैं। क्रिकेट काफी बदल गया है। अब टी20 और टी10 जैसे फॉर्मेट आ गए हैं। टेस्ट में भी बल्लेबाज रूकने का नाम नहीं लेते। वह आउट हो जाते हैं तो पिच पर टिकने की कोशिश नहीं करते हैं। ऐसे में बापू नाडकर्णी का रिकॉर्ड टूटना पूरी तरह असंभव दिख रहा है। भारत के सबसे कंजूस बॉलरबापू नाडकर्णी टेस्ट इतिहास में भारत के सबसे कंजूस बॉलर हैं। 1955 से 1968 के बीच उन्होंने भारत के लिए 41 टेस्ट खेले। इस दौरान उन्होंने 9165 गेंदें डाली और सिर्फ 2559 रन दिये। यानी उनकी इकोनॉमी रही 1.67 प्रति ओवर की। टेस्ट इतिहास कम से कम 2000 गेंद फेंकने वाले बॉलर में उनकी इकोनॉमी चौथी बेस्ट हैं। उन्होंने 88 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। 41 मैचों में उन्होंने 26 की औसत से 1414 रन भी बनाए थे। उनकी सबसे बड़ी पारी 122 रनों की थी। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में वह मुंबई और महाराष्ट्र के लिए खेले। 191 मुकाबलों में 500 विकेट लेने के साथ 8880 रन बनाए।1877 में हुए पहले टेस्ट में बनें वो दो रिकॉर्ड, 146 साल बाद आज तक नहीं टूटेLala Amarnath: जो काम बड़े-बड़े सूरमा नहीं कर पाए, वो लाला अमरनाथ ने किया, डॉन ब्रैडमैन के खिलाफ बनाया अनोखा रिकॉर्ड