नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि पिछले महीने ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान उन्हें अपना आपा खोने पर कोई पछतावा नहीं है। हरमनप्रीत पर इस कारण दो मैचों का प्रतिबंध लगा था। ढाका में अंपायर के उन्हें आउट देने के बाद उन्होंने स्टंप पर बल्ला मार दिया था। बाद में मैच के बाद भी उन्होंने बायलेटरल सीरीज के दौरान हुई अंपायरिंग को खराब बताया था।इस प्रतिबंध के कारण हरमनप्रीत भारत के सितंबर-अक्टूबर में हांगझोउ में होने वाले एशियाई खेलों के पहले दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में नहीं खेल पायेंगी। हरमनप्रीत ने महिलाओं के ‘द हंड्रेड’ के दौरान ‘द क्रिकेट पेपर’ से कहा , ‘मैं ऐसा नहीं कहूंगी कि मुझे किसी चीज का पछतावा है क्योंकि बतौर खिलाड़ी आप देखना चाहते हो कि ठीक चीजें हो रही हैं। बतौर खिलाड़ी आपके पास हमेशा खुद को अभिव्यक्त करने और आप क्या महसूस कर रहे हो, उसे बताने का अधिकार होता है।’हरमनप्रीत टूर्नामेंट में ‘ट्रेंट रॉकेट्स’ के लिए खेल रही हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मैंने किसी खिलाड़ी या किसी व्यक्ति से कुछ भी गलत कहा। मैदान पर जो हुआ मैंने सिर्फ उसके बारे में बताया। मुझे किसी चीज का पछतावा नहीं है।’प्रतिबंध के अलावा हरमनप्रीत के खाते में तीन ‘डिमैरिट’ अंक भी जोड़ दिये गये क्योंकि उन्होंने अंपायर के फैसले पर असहमति दर्शायी थी। मैच अधिकारियों की सार्वजनिक आलोचना के लिए भी एक डिमैरिट अंक जुड़ा था।UAE vs NZ: फ्यूचर में IPL और… UAE की एतिहासिक जीत पर अश्विन ने की आईपीएल की सरहाना, क्या है दोनों में कनेक्शन?Ireland vs India Weather: क्या दूसरे T20 में भी जमकर बरसेंगे इंद्रदेव? मौसम के साथ जानें पिच रिपोर्टIRE vs IND: 11 महीने बाद आज वापसी, इंजरी के बाद कमबैक, वर्ल्ड कप के लिए क्यों इतने अहम हैं जसप्रीत बुमराह