लंदनन्यूजीलैंड के विश्व चैंपियन कप्तान केन विलियमसन ने कोहनी की चोट के फिर से उभरने के कारण ‘हंड्रेड’ क्रिकेट श्रृंखला के पहले सत्र से नाम वापस ले लिया है, इसी चोट के कारण वह इंग्लैंड के खिलाफ पिछले महीने टेस्ट नहीं खेल सके थे। विलियमसन ने बर्मिंघम फीनिक्स के साथ एक लाख 10 हजार डॉलर का करार किया था, इससे पहले उनकी टीम ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में भारत को हराया। ईएसपीएन क्रिकइन्फो ने कहा, ‘न्यूजीलैंड के कप्तान विलियमसन पिछले छह महीने से इसी चोट से जूझ रहे हैं, वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद से ब्रिटेन में हैं और मेंटर के तौर पर बर्मिंघम फीनिक्स टीम के साथ रह सकते हैं।’इन चार वजहों से डूबी टीम इंडिया की लुटिया, वरना भारत आती WTC FINAL की ट्रॉफीचोट के बावजूद विलियमसन ने दिखाया था दमफाइनल में उतरने से पहले कप्तान केन (89 गेंद में 52 रन) ने कोहनी में इंजेक्शन लगवाया था। दूसरी पारी में अंगद की तरह उन्होंने पिच पर अपने पैर जमा लिए थे। वह तब तक मैदान पर डटे रहे, जब तक टीम को जीत नहीं दिला दी। इस दौरान साथी खिलाड़ी रॉस टेलर (47*) के साथ तीसरे विकेट के लिए 96 रन की नाबाद साझेदारी की।बड़े मैचों में आखिर क्यों फेल हो जाते हैं भारत के शेर?वर्षाबाधित रहा था फाइनल मुकाबला18 से 23 जून तक खेला गया ऐतिहासिक फाइनल वर्षाबाधित रहा था। पहले और चौथे दिन तो एक बॉल नहीं फेंकी जा सकी। खराब मौसम के चलते दूसरे और तीसरे दिन के खेल को भी जल्दी खत्म करना पड़ा था। मुकाबले का नतीजा छठे यानी रिजर्व डे पर आया। भारत द्वारा दिए गए 139 रन के मामूली लक्ष्य को न्यूजीलैंड ने आठ विकेट रहते पा लिया। पेसर काइल जैमीसन मैन ऑफ द मैच रहे।(एजेंसी से इनपुट के साथ)