ब्रिस्टल, 26 जून (भाषा) भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज ने शनिवार को कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के अंतिम दिन जब अंपायरों ने अचानक से खेल खत्म करने का फैसला किया तो वह हैरान रह गयी थी क्योंकि टीम की साथी खिलाड़ी बल्लेबाजी जारी रखना चाहती थीं। पहला टेस्ट खेल रही स्नेह राणा और तानिया भाटिया ने पिछले हफ्ते अंतिम दिन मैच बचाने के लिये नौंवें विकेट के लिये 108 रन की भागीदारी निभायी थी। जब अंपायरों ने खराब रोशनी के कारण दिन का खेल खत्म करने का फैसला किया तो ये दोनों बल्लेबाजी कर रही थीं। स्नेह 80 रन बनाकर खेल रही थीं और उनके पास पदार्पण टेस्ट में शतक बनाने का अच्छा मौका था लेकिन उनसे मौका छीन लिया गया जबकि भारतीयों ने प्रतिद्वंद्वी कप्तान हीथर नाइट को बता दिया था कि बल्लेबाज खेल जारी रखना चाहती हैं। मिताली ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘हम बल्लेबाजी जारी रखना चाहते थे, हमने प्रतिद्वंद्वी कप्तान को भी यही बताया था। मैं तब हैरान रह गयी जब मैंने गिल्लियों को हटाते हुए देखा। स्नेह राणा ने कहा कि खराब रोशनी का फैसला अंपायरों ने किया था। हमें यही बताया गया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन फिर दोनों टीमें एक दूसरे को बधाई दे रही थीं। ऐसा मान लिया गया था कि मैच खत्म हो गया है। मुझे स्नेह राणा ने यही बताया। ’’ इंग्लैंड ने पहली पारी नौ विकेट पर 396 रन पर घोषित कर मेहमान टीम को फॉलो आन दिया था जो पहली पारी में 231 रन पर सिमट गयी थी। भारतीयों ने अपने दूसरी पारी में काफी बेहतर प्रदर्शन किया और आठ विकेट पर 344 रन बनाकर मैच ड्रा कराया। दीप्ति शर्मा ने शीर्ष क्रम में 168 गेंद में 54 रन की पारी खेली। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी कर रही स्नेह 154 गेंद में नाबाद 80 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रही थीं।