ब्रिस्टल, 27 जून (भाषा) कप्तान मिताली राज के करियर के 56वें अर्धशतक के बावजूद भारतीय महिला टीम इंग्लैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां शुरुआती झटकों और धीमी बल्लेबाजी से आखिर तक नहीं उबर पायी और आठ विकेट पर 201 रन ही बना सकी। महिला वनडे में सर्वाधिक रन बनाने वाले मिताली ने 10वें ओवर में क्रीज पर कदम रखा तथा 108 गेंदों पर 72 रन बनाये जिसमें सात चौके शामिल हैं। उन्होंने पूनम राउत (61 गेंदों पर 32 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिये 94 गेंदों पर 56 और दीप्ति शर्मा (46 गेंदों पर 30) के साथ पांचवें विकेट के लिये 85 गेंदों पर 65 रन की उपयोगी साझेदारियां की लेकिन शुरू की धीमी बल्लेबाजी और आखिरी पांच ओवर में पर्याप्त रन नहीं बनने के कारण भारत चुनौतीपूर्ण स्कोर नहीं बना पाया। इंग्लैंड की तरफ से बायें हाथ की स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन ने 40 रन देकर तीन विकेट लिये जिनमें हरमनप्रीत कौर और मिताली के कीमती विकेट भी शामिल हैं। तेज गेंदबाज कैथरीन ब्रंट और अन्या श्रबसोले ने दो-दो विकेट हासिल किये।टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिये भारतीय टीम को अपना पहला वनडे खेलने वाली शेफाली वर्मा (14 गेंदों पर 15 रन) और स्मृति मंधाना (25 गेंदों पर 10 रन) अपेक्षित शुरुआत नहीं दिला पायी। क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में सबसे कम उम्र में पदार्पण का रिकार्ड बनाने वाली शेफाली ने शुरू से अपने शॉट खेलने शुरू किये। उन्होंने कैथरीन पर लगातार दो चौके जमाये लेकिन इस तेज गेंदबाज ने शार्ट पिच गेंदों से उनकी परीक्षा ली। शेफाली ने ऐसी की एक गेंद पर आसान कैच दिया। मंधाना श्रबसोले की गेंद पर लेट कट करने के प्रयास में बोल्ड हुई। मिताली ने शुरू में बेहद धीमी बल्लेबाजी की और इस बीच पूनम भी तेजी नहीं दिखा पायी। भारतीय टीम 16 ओवर में 50 रन तक पहुंची। इसके बाद पूनम और हरमनप्रीत (एक) दोनों के एक रन अंदर के पवेलियन लौटने से टीम पर दबाव बढ़ा। स्कोर चार विकेट पर 84 रन हो गया लेकिन मिताली ने विकेट बचाये रखकर दीप्ति के साथ मिलकर स्ट्राइक रोटेट की। भारत का स्कोर 40 ओवर के बाद चार विकेट पर 134 रन था। इसके बाद इन दोनों ने अपने इरादे दिखाये लेकिन दीप्ति को श्रबसोले ने पगबाधा आउट कर दिया। मिताली ने इससे पहले इसी ओवर में मिडविकेट पर चौका लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया था। मिताली आखिर तक क्रीज पर नहीं रही जिसका भारतीय स्कोर पर असर पड़ा। उन्होंने श्रबसोले के अगले ओवर में लगातार दो चौके लगाये लेकिन एक्लेस्टोन की आर्म बॉल का सही अनुमान नहीं लगा पायी और बोल्ड हो गयी। इसके बाद भारत अंतिम 27 गेंदों पर 21 रन ही जोड़ पाया। निचले क्रम में पूजा वस्त्राकर (15) ही कुछ योगदान दे पायी।