साउथम्पटन, 22 जून (भाषा) मोहम्मद शमी ने शानदार गेंदबाजी से न्यूजीलैंड को बड़ी बढ़त से रोका, लेकिन टिम साउदी ने उपयोगी रन बनाने के अलावा भारत के दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट करके विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के छठे और आखिर दिन से पहले कीवी टीम का पलड़ा हल्का भारी रखा। न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 249 रन बनाकर 32 रन की बढ़त हासिल की। पहली पारी में 217 रन बनाने वाली भारतीय टीम ने पांचवें दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में दो विकेट पर 64 रन बनाये हैं और अब उसे 32 रन की बढ़त मिल गयी है।इस मैच में पहले और चौथे दिन एक भी गेंद नहीं डाली जा सकी थी, इसलिए मैच के सुरक्षित दिन यानि छठे दिन भी खेल होगा। भारत ऐसे में 150 से 200 रन की बढ़त लेकर न्यूजीलैंड को दोबारा बल्लेबाजी करने के लिये आमंत्रित कर सकता है। मैच ड्रा होने पर दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया जाएगा।भारत को शाम के सत्र में बल्लेबाजी का मौका मिला जिसमें उसने अपने दोनों सलामी बल्लेबाज गंवाये। साउदी (17 रन देकर दो) ने इन दोनों को आउट किया।शुभमन गिल (33 गेंदों पर आठ रन) ने 10 ओवर तक एक छोर संभाले रखा लेकिन कीवी गेंदबाजों ने दबाव बनाये रखा। गिल आखिर इस दबाव को नहीं झेल पाये और साउदी की आउटस्विंगर पर पगबाधा आउट हो गये।रोहित शर्मा (81 गेंदों पर 30 रन) ने क्रीज पर पर्याप्त समय बिताया लेकिन वह फिर से बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। उन्होंने साउदी की सीधी गेंद को खेलने का प्रयास ही नहीं किया और पगबाधा आउट हो गये। भारत को यदि मैच को जीवंत बनाये रखना है तो कप्तान विराट कोहली (12 गेंदों पर नाबाद आठ) और चेतेश्वर पुजारा (55 गेंदों पर नाबाद 12) को न सिर्फ अपने विकेट बचाये रखना होगा बल्कि स्ट्राइक रोटेट करके रन गति भी बनाये रखनी होगी।इससे पहले बारिश के कारण पांचवें दिन का खेल भी देर से शुरू हुआ जिसके बाद कीवी बल्लेबाजों ने रक्षात्मक रवैया अपनाया। उसने पहले सत्र में 23 ओवरों में केवल 34 रन बनाये और इस बीच तीन विकेट गंवाये। दूसरे सत्र में उसने अधिक तेजी दिखायी तथा 27.2 ओवर में बाकी पांचों विकेट के एवज में 114 रन जोड़े।शमी (76 रन देकर चार विकेट) ने ‘सीम’ का अच्छा इस्तेमाल करके अपनी फुललेंथ गेंदों से बल्लेबाजों को चकमा दिया जबकि इशांत शर्मा (48 रन देकर तीन) ने भी अच्छी गेंदबाजी की। रविचंद्रन अश्विन (28 रन देकर दो) और रविंद्र जडेजा (20 रन देकर एक) ने भी विकेट लिये लेकिन जसप्रीत बुमराह ने निराश किया। सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे ने तीसरे दिन 54 रन की पारी खेली थी जबकि कप्तान केन विलियमसन ने 177 गेंदों पर 49 रन बनाये लेकिन वह साउदी थी जिन्होंने दो छक्कों की मदद से 30 रन बनाकर न्यूजीलैंड को महत्वपूर्ण बढ़त दिलायी। विलियमसन ने गेंदबाजों को भरपूर सम्मान दिया और पहले सत्र में अपने स्कोर में केवल सात रन जोड़े। शमी पर उन्होंने चौका लगाकर न्यूजीलैंड को बढ़त दिलायी लेकिन इशांत की बाहर जाती गेंद को थर्डमैन पर खेलने के प्रयास में दूसरी स्लिप में कोहली को कैच देकर एक रन से अर्धशतक से चूक गये। भारत को दिन की पहली सफलता शमी ने दिलायी। उन्होंने रोस टेलर (11) को फुललेंथ गेंद पर ड्राइव करने के लिये ललचाया और गिल ने शार्ट कवर पर डाइव लगाकर बेहतरीन कैच लिया। इशांत ने इसके बाद भरोसेमंद हेनरी निकोल्स (सात) को दूसरी स्लिप पर कैच देने के लिये मजबूर किया। अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे बी जे वाटलिंग (एक) को शमी ने बोल्ड किया।शमी ने लंच के बाद भी एक छोर से दबाव बनाये रखा। उन्होंने कोलिन डि ग्रैंडहोम (13) को पगबाधा आउट करने के बाद आक्रामक तेवरों के साथ क्रीज पर उतरे काइल जैमीसन (21) को भी पवेलियन भेजा। जैमीसन ने पहली गेंद पर छक्का जड़ने के अगली शार्ट पिच गेंद को सीमा रेखा भेजने का प्रयास किया लेकिन बुमराह ने लांग लेग पर बड़ी खूबसूरती से उसे कैच में बदल दिया। पुछल्ले बल्लेबाजों में जैमीसन के अलावा साउदी ने उपयोगी रन जोड़े। विलियमसन के आउट होने के बाद उन्होंने इशांत के अगले ओवर में लांग ऑन पर छक्का लगाया। उन्होंने जडेजा की गेंद भी छह रन के लिये भेजी लेकिन इसी स्पिनर ने उन्हें बोल्ड करके कीवी पारी का अंत किया। भारतीय गेंदबाजों में बुमराह (26 ओवरों में 57 रन कोई विकेट नहीं) ने निराश किया जिन्होंने बेहद शार्ट पिच और ऑफ स्टंप के बहुत अधिक बाहर गेंदबाजी की जिनके बारे में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि इनसे विकेट नहीं लिये जा सकते।