मुंबई, 27 जून (भाषा) श्रीलंका दौरे के लिये भारतीय टीम के मुख्य कोच नियुक्त किये गये राहुल द्रविड़ ने रविवार को कहा कि ऐसा संभव नहीं है कि सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिये चुने गये सभी युवा खिलाड़ियों को मैच में खेलने का मौका मिल जायेगा। युवा खिलाड़ी इस साल होने वाले टी20 विश्व कप के लिये अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को प्रभावित करना चाहते हैं और द्रविड़ इस श्रृंखला में कोच की भूमिका में वापसी कर रहे हैं जिनका मानना है कि यह उम्मीद करना कि सभी को इस छोटे से दौरे में मौका मिल जाये, संभव नहीं है। शिखर धवन की कप्तानी में कम अनुभवी टीम श्रीलंका का दौरा करेगी जिसमें छह ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख द्रविड़ ने टीम की रवानगी से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस संक्षिप्त दौरे पर हमसे यह उम्मीद करना शायद अवास्तविक होगा कि हर किसी को मौका दिया जाये जिसमें तीन टी20 मैच और तीन वनडे हैं। और चयनकर्ता भी वहां होंगे। ’’ इस साल के विश्व कप के लिये टी20 टीम में जगह बनाने के लिये इन खिलाड़ियों में ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव और संजू सैमसन की तिकड़ी शामिल है। श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला 13 जुलाई से वनडे के साथ शुरू होगी जिसके बाद 21 जुलाई से टी20 मैच खेले जायेंगे। विश्व कप को पहले भारत में होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते इसका आयोजन अक्टूबर में संयुक्त अरब अमीरात में होगा। श्रीलंका में एक दिवसीय मैचों की तुलना में तीन टी20 ज्यादा अहमियत रखेंगे क्योंकि विश्व कप से पहले यह भारत के अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच होंगे। पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘इस टीम में काफी खिलाड़ी हैं जो आगामी विश्व के लिये टीम में अपना स्थान पक्का करना चाहते हैं और कुछ जगह बनाना चाहते हैं लेकिन मुझे लगता है कि टीम में हर किसी का मुख्य लक्ष्य श्रृंखला जीतने की कोशिश करना है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुख्य उद्देश्य श्रृंखला जीतना है और उम्मीद करते हैं कि खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन के लिये मौका मिलेगा। विश्व कप से पहले सिर्फ तीन टी20 मैच ही हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पूरा भरोसा है कि चयनकर्ताओं और प्रबंधन को अब तक अंदाजा हो गया होगा कि वे किस तरह की टीम चाहते हैं। ’’