अबू धाबीचेन्नई सुपर किंग्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स को रोमांचक मुकाबले में दो विकेट से हरा दिया। रविंद्र जडेजा ने आखिरी ओवरों में तेज बैटिंग कर चेन्नई को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा की। हालांकि चेन्नई के लिए परेशानी महेंद्र सिंह धोनी की बैटिंग फॉर्म है। धोनी एक बार फिर बड़ी पारी नहीं खेल पाए। और 4 गेंद पर सिर्फ 1 रन बनाकर ही वह एक बार फिर वरुण चक्रवर्ती का शिकार बने। धोनी ने कई बार भारतीय टीम और चेन्नई सुपर किंग्स को आखिरी ओवर में जीत दिलाई है। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर कहे जाने वाले धोनी हालांकि काफी समय से अपनी पुरानी लय हासिल करते नजर नहीं आ रहे। धोनी को 18वें ओवर में चक्रवर्ती ने बोल्ड कर दिया। वह इस स्पिनर पर हावी नहीं हो सके। इसे ओवर में सुरेश रैना रन आउट हो गए थे। चेन्नई की टीम पर दबाव बढ़ रहा था। चक्रवर्ती ने एक शानदार ओवर फेंका और धोनी का विकेट अपनी टीम के लिए हासिल किया। चक्रवर्ती की गुगली को 40 वर्षीय धोनी पढ़ नहीं पाए और गेंद जाकर विकेटों से टकराई। धोनी के आउट होने के बाद चेन्नई की टीम थोड़ी मुश्किल में आ गई थी लेकिन रविंद्र जडेना ने प्रसिद्ध कृष्णा के अगले ओवर में दो चौके और दो छक्के लगाकर राह थोड़ी आसान कर दी थी। आखिरी ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 4 रन चाहिए थे लेकिन इसे बनाने में उसे काफी मुश्किलें आईं। पहली गेंद पर सैम करन आउट हो गए और पांचवीं गेंद पर रविंद्र जडेजा भी नारायण की गेंद पर LBW हुए। आखिरी गेंद पर दीपक चाहर ने एक रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। इससे पहले केकेआर ने अपने 20 ओवरों में छह विकेट पर 171 रन बनाए थे। केकेआर ने नियमित अंतराल पर विकेट खोए। उसका कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया। हालांकि ज्यादातर बल्लेबाजों ने छोटी मगर आक्रामक पारियां खेलीं। पारी के अंत में दिनेश कार्तिक ने 11 गेंद पर 26 रन बनाकर अपनी टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।