ms dhoni did not want virat kohli in team india dilip vengsarkar

नई दिल्ली: विराट कोहली (Virat Kohli) अभी दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। सचिन तेंदुलकर के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट के नाम सबसे ज्यादा शतक है। वनडे में तो वह सचिन के शतकों के रिकॉर्ड से आगे भी निकलने वाले हैं। क्रिकेट इतिहास में विराट ने अपना नाम सुनहरे अक्षरों में लिखवा लिया है। आज ही के दिन 2011 में विराट ने टेस्ट डेब्यू किया था। लेकिन 2008 में उन्होंने अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला था। उसी साल विराट की कप्तानी में भारत ने अंडर-19 वर्ल्ड कप अपने नाम किया था।विराट को टीम में नहीं चाहते थे धोनीयह बात भले ही आपको चौंका रही होगी लेकिन सच्ची है। महेंद्र सिंह धोनी विराट कोहली को टीम इंडिया में शामिल करने के पक्ष में नहीं थे। यह दावा उस समय भारतीय टीम के चीफ सेलेक्टर रहे दिलीप वेंगसरकर ने किया था। उसे लेकर दिलीप वेंगसरकर ने कहा था कि 2008 अंडर-19 वर्ल्ड कप में विराट के प्रदर्शन के बाद वह उन्हें टीम इंडिया में जगह देना चाहते थे। भारतीय टीम को श्रीलंका दौरा करना था। महेंद्र सिंह धोनी और उस समय के बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष एन श्रीनिवासन तमिलनाडु के बल्लेबाज एस बद्रीनाथ को टीम में चाहते थे।सीएसके के खिलाड़ी थे बद्रीनाथवेंगसरकर ने कहा था- मुझे पता था कि वे एस बद्रीनाथ को टीम में रखना चाहते हैं क्योंकि वह चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ी थे। कोहली को शामिल किया गया तो बद्रीनाथ को बाहर करना पड़ा। एन श्रीनिवासन उस समय बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष थे। वह बद्रीनाथ को टीम से बाहर किए जाने से नाराज थे क्योंकि वह उनके खिलाड़ी थे।’1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे दिलीप वेंगसकर के अनुसार धोनी और गैरी किर्स्टन भी कोहली के नाम पर सहमत नहीं थे। उन्होंने आगे कहा- मुझे लगा कि कोहली को टीम में शामिल करने का यह सही समय है। अन्य चार चयनकर्ताओं ने मेरे फैसले का समर्थन किया लेकिन गैरी कर्स्टन और एमएस धोनी ने इसका विरोध किया क्योंकि उन्होंने कोहली को ज्यादा नहीं देखा था। मैंने उनसे कहा कि मैंने उन्हें खेलते हुए देखा है और हमें उन्हें टीम में लेना चाहिए।वेंगसरकर को पद से धोना पड़ा था हाथदिलीप वेंगसरकर ने कहा था कि विराट कोहली को चुनने के बाद श्रीनिवासन ने मुझसे बद्रीनाथ को बाहर रखने का कारण पूछा। मैंने उनसे कहा कि विराट को मैंने खेलते हुए देखा है और अलग है लेकिन उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ ने तमिलनाडु के लिए 800 रन बनाए है। मैंने कहा था कि बद्रीनाथ को मौका मिलेगा, जिस पर श्रीनिवासन ने कहा कि कब मौका मिलेगा? वह 29 साल के हैं। अगले ही दिन वह (एन श्रीनिवासन) कृष्णामाचारी श्रीकांत को शरद पवार के पास ले गए। पवार बीसीसीआई के अध्यक्ष थे और वेंगसरकर की जगह श्रीकांत को चीफ सेलेक्टर बना दिया गया।न तो विजन है, न ही क्रिकेट की समझ… दिलीप वेंगसरकर ने टीम इंडिया के चयनकर्ताओं को बुरी तरह धोयाजो खुद नहीं चुने गए, वो कर रहे टीम इंडिया का चयन! जानिए कितना अनुभवी है BCCI की चयन समितिSourav Ganguly: रोहित की कप्तानी, विराट के साथ रिश्ते पर सवाल, सौरव गांगुली यूं जवाब से खेल गए