नई दिल्ली: भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने आज यानी 3 अगस्त को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की। मनोज तिवारी बंगाल रणजी टीम के सबसे बड़े खिलाड़ियों में शामिल रहे, जबकि फिलहाल ममता बनर्जी सरकार में खेल मंत्री भी हैं। 37 वर्षीय इस स्टार ने आखिरी बार 2015 में भारत के लिए खेला था, जबकि फरवरी 2023 में बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते रहे। वह टीम के कप्तान भी रहे।धोनी की कप्तानी में मनोज तिवारी ने 2008 और 2015 के बीच भारत के लिए 12 वनडे और 3 टी20 मैच खेले। उनके नाम वनडे में शतक भी है। उन्होंने अपने रिटायरमेंट नोट में लिखा- क्रिकेट को अलविदा। इस खेल ने मुझे सब कुछ दिया है। मेरा मतलब है कि वह सब कुछ जो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। मैं हमेशा इस खेल का आभारी रहूंगा और भगवान को, जो हमेशा मेरे साथ रहे हैं।मनोज तिवारी का घरेलू क्रिकेट में शानदार करियर रहा है, उन्होंने बंगाल का प्रतिनिधित्व किया है और उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइटराइडर्स, किंग्स इलेवन पंजाब और राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स जैसी टीमों के लिए भी खेला है। घरेलू क्रिकेट में अपने प्रभावशाली प्रदर्शन के बावजूद तिवारी के अंतर्राष्ट्रीय करियर में बहुत लंबा नहीं रहा। इसे लेकर वह समय-समय पर निराशा जताते रहे।तिवारी ने 2007-08 कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया। बाद में उन्हें युवराज सिंह के स्थान पर 2011 के वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया। वेस्टइंडीज के खिलाफ 5वें वनडे में पहला वनडे शतक बनाने के बावजूद उन्हें लगातार 14 मैचों के लिए बेंच पर बैठना पड़ा। उनका टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर भी इसी तरह रहा है।तिवारी ने अपने करियर के दौरान समर्थन के लिए अपनी पत्नी और अपने पूर्व साथियों को धन्यवाद दिया और अपने कोच मनबेंद्र घोष को विशेष श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा- मनबेंद्र घोष, मेरे पिता तुल्य कोच क्रिकेट यात्रा में स्तंभ रहे हैं। अगर वह नहीं होते तो मैं क्रिकेट जगत में कहीं भी नहीं पहुंच पाता। धन्यवाद सर और आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। पिताजी और मां को धन्यवाद, उन्होंने कभी भी मुझ पर पढ़ाई का दबाव नहीं डाला। वाइफ सुष्मिता को बहुत-बहुत धन्यवाद, जो हमेशा मेरा सपोर्ट करती रहीं।वह भारत की प्रमुख घरेलू प्रथम श्रेणी क्रिकेट चैंपियनशिप रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए सर्वश्रेष्ठ रन-स्कोरर रहे हैं। 2018-19 विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने 9 मैचों में 366 रन बनाए। उन्होंने नवंबर 2018 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना 5वां दोहरा शतक और जनवरी 2020 में अपना पहला तिहरा शतक भी बनाया। अपने क्रिकेट करियर के अलावा तिवारी ने राजनीति में भी कदम रखा। वह 2021 में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस राजनीतिक दल में शामिल हुए और उस वर्ष के अंत में पश्चिम बंगाल विधान सभा के लिए चुने गए। वह वर्तमान में बंगाल के खेल मंत्री हैं।Jwala Singh Exclusive Interview: सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली वाला फील देते हैं यशस्वी जायसवाल और पृथ्वी शॉ: कोच ज्वाला सिंहPrithvi Shaw County Debut: पृथ्वी शॉ को टीम इंडिया में नहीं मिली जगह तो पहुंचे इंग्लैंड, इस टीम के लिए करेंगे डेब्यू