कोलंबोभारतीय क्रिकेट टीम के करीब नौ खिलाड़ी आइसोलेशन में हैं और ऐसे में श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज के दूसरे मैच में उसे बचे हुए 11 खिलाड़ियों के साथ ही मैदान पर उतरना पड़ा। कोविड-19 के असर के कारण भारतीय टीम प्रबंधन के पास कोई विकल्प नहीं बचा था। टीम प्रबंधन को सभी खिलाड़ियों को मैदान पर उतारना पड़ा। बुधवार को भारत की ओर से टी20 इंटरनैशनल में देवदत्त पडिक्कल, रुतुराज गायकवाड़, नीतीश राणा और चेतन साकरिया ने टी20 इंटरनैशनल डेब्यू किया। भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने इन खिलाड़ियों को चुने जाने को लेकर हो रही प्रतिक्रियाओं पर अपनी राय दी। उनका मानना है कि जिस भी खिलाड़ी को इस दौरे पर चुना गया वह भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए पूरी तरह फिट है। द्रविड़ ने आधिकारिक प्रसारणकर्ता से कहा, ‘जब हमने वनडे सीरीज जीती तो आखिरी मैच में हमने कुछ युवा खिलाड़ियों को मौका देने की सोची। बेशक, यहां परिस्थितियों ने हमें सीरीज जीतने से पहले ही ऐसा करने पर मजबूर कर दिया। लेकिन मेरा पूरा विश्वास है कि अगर आपको भारत के लिए खेलने के लिए चुना गया है- फिर चाहे वे 15 खिलाड़ी हों या 20- आप प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के योग्य हैं। मुझे नहीं लगता कि चयनकर्ता आपको 15 में सिर्फ इसलिए चुनते हैं कि आप बैंच पर बैठ सकें या छुट्टियां मना सकें।’डेब्यू कर रहे खिलाड़ी हालांकि इस सुनहरे मौके को पूरी तरह भुना नहीं पाए और श्रीलंका के खिलाफ रोमांचक मैच में उन्हें चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा। द्रविड़ ने कहा, ‘बेशक, मैं इन सब बातों से इत्तेफाक नहीं रखता। मैं टीम को देखता हूं, 20 लड़के टीम में चुने गए जो यहां खेल रहे हैं वे अच्छा प्रदर्शन करके आए हैं। यह भारत में आसान नहीं है। जो खिलाड़ी यहां तक पहुंचे हैं वे डिजर्व करते हैं। हर बार ऐसा नहीं होता कि आप हर बार सबको टीम में सभी खिलाड़ियों को खिला पाएं। यह अच्छी बात है कि हम ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को मौका दे पाए हैं।’द्रविड़ को लगता है कि जो खिलाड़ी यहां पहुंचे हैं उन्होंने यह जगह कमाई है। ऐसा हुआ कि सभी पांच खिलाड़ी जिन्होंने श्रीलंका सीरीज से पहले कोई मुकाबला नहीं खेला था उन्होंने यहां कम से कम एक मैच जरूर खेला है। हालांकि द्रविड़ मानते हैं कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है।