मुंबईटी20 वर्ल्ड कप के बाद भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के साथ रवि शास्त्री का कार्यकाल समाप्त हो गया। रवि शास्त्री ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक खास इंटरव्यू में अपनी कोचिंग काल से जुड़े तमाम मुद्दों पर बात की है। इसमें सबसे ज्यादा उन्होंने अपने दोबारा कोच बनने और उससे जुड़े विवादों पर बात की है। शास्त्री ने बिना किसी का नाम लिए आरोप लगाया है कि कुछ लोग नहीं चाहते थे कि उन्हें यह जिम्मेदारी मिले। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि उनका कोच बनना कुछ लोगों के चेहरे पर अंडे की पड़ने की तरह था। 59 वर्षीय शास्त्री ने उनके टीम डायरेक्टर का कार्यकाल समाप्त होने और कोच बनने को लेकर आईं अड़चनों पर चर्चा की है। .शास्त्री ने कहा, ‘दो साल से भी कम वक्त में मुझे मेरे ब्रॉडकास्ट करियर और बाकी सब छोड़कर टीम के साथ जुड़ने को कहा गया। मुझे अचानक बिना किसी कारण के बाहर किया गया था। मैं बीज बोया था और उसके फल आने अभी शुरू ही हुए थे और अचानक मुझे पता चलता है कि मुझे बदल दिया गया है। किसी ने मुझे इसका कारण नहीं बताया। जिस तरह यह सब किया गया मुझे सबसे ज्यादा उसी बात का दुख हुआ।’उन्होंने कहा, ‘जिस तरह मुझे हटाया गया उस बात का मुझे बहुत दुख हुआ। मैंने बीसीसीआई के सिर्फ एक बार कहने पर बहुत योगदान दिया। मुझे हटाने के बेहतर रास्ते हो सकते थे। ‘अगर ऐसा था तो मुझे कह सकते थे- हम तुम्हें नहीं चाहते, तुम हमें पसंद नहीं हो। हम किसी अन्य को चाहते हैं- खैर, तो मैं वह काम करने वापस चला गया जो मैं बेस्ट करता था। जी टेलीविजन।’शास्त्री ने यह भी कहा कि 2016 में टीम डायरेक्टर के रूप में उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद कुछ लोग चाहते थे कि वह अप्लाई करने के बाद उन्हें टीम का मुख्य कोच न बनने दिया जाए।उन्होंने कहा, ‘मेरा दूसरा कार्यकाल काफी विवादों के बाद शुरू हुआ। यह सही मायनों में उनके चेहरों पर अंडे की तरह थे, जो मुझे हटाना चाहते थे। उन्होंने किसी और को चुनने का फैसला किया और नौ महीने बाद उन्हें उसी व्यक्ति के पास वापस लौटना पड़ा जिसे उन्होंने बाहर फेंका था।’शास्त्री ने आगे कहा, ‘मैं सभी लोगों पर उंगली नहीं उठा रहा हूं। कुछ लोगों की बात कर रहा हूं। मैं यह जरूर कहूंगा कि कुछ लोग चाहते थे कि मैं कोच न बन पाऊं। पर जिंदगी ऐसी ही है।’शास्त्री को आईसीसी चैंपियंस ट्रोफी 2017 में भारत की हार के बाद टीम का मुख्य कोच बनाया गया था। नवंबर 2021 में टी20 वर्ल्ड कप तक वह भारत के कोच रहे। शास्त्री की कोचिंग में भारत ने टीम के तौर पर काफी कामयाबियां हासिल कीं लेकिन टीम कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाई। रवि शास्त्री के बाद राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम का मुख्य कोच बनाया गया है। द्रविड़ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 और टेस्ट सीरीज में जीत के साथ आगाज किया है।