ऑकलैंडविश्व क्रिकेट को न्यूजीलैंड के रूप में उसका पहला टेस्ट चैंपियन मिल चुका है। साउथम्पटन में खिताबी मुकाबला जीतने वाली यह टीम स्वदेश भी पहुंच चुकी है। जहां बिना किसी विजय जुलूस के सामान्य परिस्थितियों में, विश्व चैंपियन टीम का आगमन हुआ। अमूमन पहली बार ट्रॉफी जीतने पर परेड और सार्वजनिक अभिनंदन के साथ किसी भी टीम का सम्मान होता है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ऐसा कुछ नहीं हुआ।ड्रेसिंग रूम में थी नर्वस एनर्जीइस ऐतिहासिक जीत के बाद कीवी ड्र्रेसिंग रूम में भले ही जश्न का माहौल रहा हो, लेकिन मुकाबले के दौरान हालात बेहद जुदा थे। फाइनल में जबरदस्त गेंदबाजी करने वाले टिम साउदी ने इस बारे में खुलकर बात की। 32 वर्षीय इस पेसर ने कहा, ‘मैंने 139 रन जैसे मामूली लक्ष्य के लिए कभी इतना लंबा समय लगते नहीं देखा। चेंज रूम में हर कोई नर्वस था। वहां सन्नाटा था। हालांकि हमारे दो सबसे अनुभवी बल्लेबाज क्रीज पर थे, जिनकी वजह से मनोबल भी ऊंचा था।’विराट-पुजारा का विकेट टर्निंग पॉइंटन्यूजीलैंड क्रिकेट द्वारा रिलिज एक गए इंटरव्यू में साउदी बोले, ‘हम इस जीत के लिए पिछले दो साल से मेहनत कर रहे थे। हम कुछ टूर्नामेंट में अंत तक जाते, लेकिन जीत नहीं पाते। यह एहसास खास है। हमें पता था कि ये सब इतना आसान नहीं होगा, अंतिम दिन तक तीनों परिणाम संभव थे, लेकिन विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा के विकेट ने खेल हमारी ओर मोड़ दिया।सिंगापुर के रास्ते न्यूजीलैंड लौटी टीमफाइनल में भारत को आठ विकेट से हराने वाली कीवी टीम सिंगापुर के रास्ते स्वदेश पहुंचने के बाद 14 दिनों के लिए क्वारंटीन हो गई। प्लेइंग इलेवन के चार सदस्य कप्तान केन विलियमसन, तेज गेंदबाज काइल जैमीसन, सलामी बल्लेबाज डिवोन कॉन्वे और ऑलराउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहोम टी-20 ब्लास्ट खेलने के लिए इंग्लैंड में ही रूके हैं। टीम के बाकी 11 सदस्य और सहयोगी स्टाफ के आठ सदस्य शनिवार सुबह न्यूजीलैंड पहुंच गए।साउदी ने ही थामी थी गदाकेन विलियमसन की अनुपस्थिति में, वरिष्ठ गेंदबाज टिम साउदी ने डब्ल्यूटीसी गदा को उस फ्लाइट में ढोया जो विलियमसन की सीट पर रखी गई थी। न्यूजीलैंड क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी क्रिस व्हाइट ने कहा, ‘एक बड़ी उपलब्धि, हमारे महान दिनों में से एक। मुझे टीम और पूरे संगठन पर बहुत गर्व है।’ बताते चले कि वर्षाबाधित इस फाइनल में पेसर काइल जैमीसन मैन ऑफ द मैच चुने गए।