नयी दिल्ली, नौ नवंबर (भाषा) केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा कि भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्धारित 2030 की समय सीमा से पहले ऊर्जा क्षेत्र में गैर-जीवाश्म ईंधन से प्राप्त ऊर्जा की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी और 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लेगा। ग्लासगो में सीओपी26 जलवायु सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प व्यक्त किया है कि भारत 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्षय प्राप्त कर लेगा, जिसे देखते हुए यह महत्त्वपूर्ण हो गया है। मोदी ने गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता के राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) लक्ष्य को 2030 तक बढ़ाकर 500 गीगावाट कर दिया, जो पहले 450 गीगावाट था। पीटीआई-भाषा से बात करते हुए, सिंह ने कहा, ‘‘हम 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा से 500 गीगावाट ऊर्जा हासिल करने के प्रधानमंत्री के लक्ष्य की दिशा में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हमने कहा था कि हम 2030 तक 40 प्रतिशत (गैर-जीवाश्म ईंधन से ऊर्जा) के लक्ष्य प्राप्त करेंगे। हम 39 प्रतिशत तक पहुंच गए हैं। 2030 तक हम 50 प्रतिशत के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लेंगे। प्रधानमंत्री ने 2030 तक का लक्ष्य दिया है, हम उससे पहले ही लक्ष्य हासिल कर लेंगे।’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षमता के लक्ष्य को 50 गीगावाट बढ़ाकर 500 गीगावाट कर दिया है।