हाइलाइट्सप्राइवेट और सरकारी कंपनियों की तरफ से 29 जोड़ी ट्रेनें चलाने के लिए करीब 7,200 करोड़ रुपये के निवेश के लिए बोलियां मिली हैं।रेल मंत्रालय (Railways Ministry) ने कहा है कि वह कंपनियों की तरफ से मिली बोलियों का जल्द मूल्यांकन करेगी। रेलवे की कोशिश पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के तहत देश में विश्व स्तरीय ट्रेनें चलाने की है।नई दिल्लीरेलवे (Railways) की प्राइवेट ट्रेन योजना (Private Train Project) को कंपनियां का जबर्दस्त रिस्पॉन्स मिला है। प्राइवेट और सरकारी दोनों तरह की कंपनियों ने इस योजना में अच्छी दिलचस्पी दिखाई है। इन कंपनियों की तरफ से इस योजना के तहत निवेश के लिए रेल मंत्रालय को 7,200 करोड़ रुपये की बोली मिली है। रेल मंत्रालय ने यह जानकारी दी। रेलवे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर देश में आधुनिक यात्री ट्रेनें चलाना चाहती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 7% घटा, जानिए बिक्री में आया कितना उछालरेल मंत्रालय (Railway Ministry) ने कहा है, “यात्री ट्रेन चलाने की योजना के तहत पीपीपी के लिए बोली शुक्रवार को खुली। प्राइवेट और सरकारी कंपनियों की तरफ से 29 जोड़ी ट्रेनें चलाने के लिए करीब 7,200 करोड़ रुपये के निवेश के लिए बोलियां मिली हैं। करीब 40 आधुनिक रेक के साथ ये ट्रेनें चलाई जाएंगी।” मंत्रालय ने कहा कि रेलवे जल्द इन बोलियों का मूल्यांकन करेगा।यह दिग्गज आईटी कंपनी कर्मचारियों को छुट्टी लेने की दे रही सलाह, जानिए क्योंमंत्रालय ने कहा कि कई कंपनियों से व्यापक चर्चा के बाद पीपीपी के तहत पैसेंजर ट्रेनों के लिए बोली शुक्रवार को खुली। रेलवे की कोशिश पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के तहत देश में विश्व स्तरीय ट्रेनें चलाने की है।दिल्ली से लखनऊ जाने वाली तेजस ट्रेन को अब अयोध्या तक चलाने की तैयारी