हाइलाइट्सपिछले कई महीनों से कोवैक्‍सीन को है संगठन की हरी झंडी मिलने का इंतजारअप्रूवल मिलने के बाद कोवैक्‍सीन के एक्‍सपोर्ट का खुल जाएगा दरवाजाअब तक छह वैक्‍सीन को मिल चुकी है विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की मंजूरीनई दिल्‍लीभारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्‍सीन कोवैक्‍सीन (Covaxin) के लिए विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) की मंजूरी का इंतजार खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा है। इसे लेकर अब एक और नई डेट आ गई है। बताया जाता है कि इस हफ्ते कोवैक्‍सीन को डब्‍लूएचओ की हरी झंडी मिल सकती है। इसके पहले जुलाई में कहा गया था कि अगस्‍त के शुरुआत में ऐसा हो सकता है। फिर अगस्‍त के अंत तक इसे मंजूरी मिलने की बात कही जाने लगी। सूत्रों के हवाले से न्‍यूज एजेंसी एएनआई ने बताया है कि डब्‍लूएचओ इंडिया-मेड कोरोना वैक्‍सीन को इस हफ्ते मंजूरी दे सकता है। इस वैक्‍सीन की मैन्‍यूफैक्‍चरिंग हैदराबाद की भारत बायोटेक करती है। डब्‍लूएचओ की हरी झंडी मिलने के बाद कोवैक्‍सीन को निर्यात करने का रास्‍ता खुल जाएगा। कंपनी को काफी समय से इसके इमर्जेंसी अप्रूवल का इंतजार है। यही नहीं, जिन लोगों ने कोवैक्‍सीन लगवाई है, उनके लिए अंतरराष्‍ट्रीय यात्रा करने के लिए बंदिशें भी नरम हो जाएंगी। देश में अभी मुख्‍य रूप से तीन वैक्‍सीन लगाई जा रही हैं। कोवैक्‍सीन उनमें से एक है। भारतीय दवा नियामक ने इमर्जेंसी यूज ऑथराइजेशन (EUA) के लिए मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन को मंजूरी दी है।’…तो नहीं मिलती फाइजर और मॉडर्ना के टीकों को मंजूरी’, भारत बायोटेक के प्रमुख कृष्ण एला के बयान का क्‍या है मतलबकिन्‍हें मिली है मंजूरी दूसरे देशों में Covaxin की सप्‍लाई के लिए जरूरी है कि उसे डब्‍लूएचओ की इमर्जेंसी यूज लिस्टिंग (EUL) का अप्रूवल मिला हो। डब्‍लूएचओ की ग्‍लोबल एडवाइजरी कमेटी कई बातों का मूल्‍यांकन करने के बाद ईयूएल देती है। इनमें कोरोना वैक्‍सीन की क्‍वालिटी, सेफ्टी और उपयोगिता शामिल हैं। अब तक डब्‍लूएचओं ने 6 वैक्‍सीनों को ईयूएल दिया है। इनमें फाइजर-बायोएनटेक, एसके बायो और सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), एस्‍ट्राजेनेका ईयू, जैनसन, मॉडर्ना और सिनोफार्म की वैक्‍सीन शामिल हैं। Vaccine for Kids: एम्स में जल्द शुरू होगा बच्चों के लिए नेजल वैक्सीन का ट्रायलपहले भी होती रही है मंजूरी मिलने की बातकोवैक्‍सीन को डब्‍लूएचओ की मंजूरी मिलने की खबरें पहले भी आई हैं। जुलाई में ही बताया गया था कि कोवैक्‍सीन को अगले कुछ हफ्तों में हरी झंडी मिलने वाली है। हालांकि, तब ऐसा नहीं हुआ। फिर बताया गया कि अगस्‍त में ऐसा होने के आसार हैं। अब कहा जा रहा है कि इसी हफ्ते कोवैक्‍सीन को डब्‍लूएचओ की मंजूरी मिल जाएगी। कितनी वैक्‍सीन की हो चुकी है सप्‍लाई?भारत बायोटेक ने बीते महीने बताया था कि उसने अब तक 7.5 करोड़ कोवैक्‍सीन की सप्लाई की है। इस महीने और वैक्‍सीन की सप्‍लाई के आसार हैं। हाल में केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मनसुख मांडविया ने ऐलान किया था कि भारत बायोटेक की अंकलेश्‍वर फैसिलिटी को कोवैक्‍सीन की मैन्‍यूफैक्‍चरिंग के लिए हरी झंडी दी गई है।