ब्लोमफोंटेन (साउथ अफ्रीका): ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने प्लेयर ऑफ द मैच प्रदर्शन के साथ चयनकर्ताओं को समय पर अहमियत याद दिलाई। वह सब्स्टीट्यूट खिलाड़ी के रूप में आए थे और टीम की जीत के हीरो रहे। इसके साथ ही उनकी मां की भविष्यवाणी भी सही साबित हो गई। लाबुशेन की मां ने कहा था कि उनका बेटा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में खेलेगा। 29 साल के लाबुशेन का जन्म दक्षिण अफ्रीका में ही हुआ था। 10 साल की उम्र में वह ऑस्ट्रेलिया चले गए थे।मार्नस लाबुशेन को पिछले महीने आश्चर्यजनक रूप से ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप टीम से बाहर कर दिया गया था। वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में कैमरून ग्रीन की जगह कन्कशन विकल्प के रूप में आए। टीम को मुश्किल से निकालते हुए 93 गेंदों में नाबाद 80 रन की मैच विजयी पारी खेली। कैगिसो रबाडा की 140 किमी प्रति घंटे से अधिक की गेंद को डक करने की कोशिश में ग्रीन को बाएं कान के पीछे चोट लगी। इसके बाद वह मैदान से बाहर चल गए।लाबुशेन ने मैच के बाद क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू के हवाले से अपनी मां को लेकर कहा, ‘वह पूरे मैच के दौरान रुकी रही। जब मैं यहां आया तो वह इस बात पर अड़ी रही कि मैं यह मैच खेलने जा रहा हूं और मैंने उससे कहा- मैंने टीम देखी है, मां, मैं टीम में नहीं हूं। लेकिन मैं अब महसूस कर रहा हूं और एक बार फिर वह सही है।’मार्नस लाबुशेन को इस सीरीज के लिए पहले टीम में भी नहीं चुना गया था। लेकिन स्टीव स्मिथ चोटिल हो गए। उनकी जगह लाबुशेन को बुलाया गया। इस मैच में खेलने का मौका नहीं मिला। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। 8वें नंबर पर आकर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला दी। लाबुशेन को अभी भी उम्मीद है कि वह भारत में ऑस्ट्रेलिया के विश्व कप अभियान में भूमिका निभा सकते हैं, उन्हें पता है कि 50 ओवर के क्रिकेट में रनों की कमी के कारण चयनकर्ताओं के पास उन्हें अपनी शुरुआती योजनाओं से बाहर करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।Marnus Labuschagne: सिर पर गेंद लगने के बाद मिला मौका, टेस्ट में बने नंबर एक बल्लेबाज, क्या वनडे में भी बदलेगी कहानी? AUS vs SA: कन्कशन सब्स्टीट्यूट ने ऑस्ट्रेलिया को दिलाई रोमांचक जीत, साउथ अफ्रीका के हाथ से फिसल गया मैच